वक्त करवट बदलता हस्र हालात बदलते कौल करम किस्मत इंसानवज्म वजूद से निकलती। वक्त करवट बदलता हस्र हालात बदलते कौल करम किस्मत इंसानवज्म वजूद से निकलती।
तारीखें भी यादों से भरी होती है तारीखें भी यादों से भरी होती है
ज़िन्दगी ज़िन्दगी न रही, बन गई महज एक तारीख। ज़िन्दगी ज़िन्दगी न रही, बन गई महज एक तारीख।
देश द्रोही का मुकदमा शायर पर अभी कायम है। देश द्रोही का मुकदमा शायर पर अभी कायम है।
बदली है तारीख आज बस खुशियों के आसार नहीं। बदली है तारीख आज बस खुशियों के आसार नहीं।
अच्छा लगा खुद को फिर खुद से मिलकर। अच्छा लगा खुद को फिर खुद से मिलकर।